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ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः बटुक भैरव भगवान शिव का एक रूप है और राक्षस ‘आपद’ को नष्ट करने के लिए भगवान शिव का एक अवतार है। मन्वन्तरत्रयं स्थित्वा तिर्यग्योनिषु जायते । प्रणवं पूर्वमुच्चार्य महाकालाय तत्पदम् । नैव सिद्धिर्भवेत्तस्य विघ्नस्तस्य पदे पदे । आदौ वर्म पठित्वा तु तस्य सिद्धिर्भविष्यति https://yourbookmarklist.com/story16689417/helping-the-others-realize-the-advantages-of-bhairav-kavach

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