इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है. शेरों का एक समूह देवी कामाख्या की पूजा कर रहा है। विधि: इस मंत्र को किसी शुभ मुहूर्त में अपनी क्षमता अनुसार जप कर सिद्ध कर लें। इसके बाद, प्रयोग के समय शुक्रवार को https://zopedirectory.com/listings776050/5-essential-elements-for-%E0%A4%B5%E0%A4%B6-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%AE-%E0%A4%A4-%E0%A4%B0-%E0%A4%95-%E0%A4%B8-%E0%A4%9A-%E0%A4%B9-%E0%A4%8F